अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी विरोधी दिवस
27 July 2018
30 जुलाई, 2018
संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंटोनियो गुटेरेस का संदेश
मानव तस्करी एक घृणित अपराध है जोकि असमानता, अस्थिरता और संघर्ष के कारण फलता-फूलता है। मानव…
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30 जुलाई, 2018
संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंटोनियो गुटेरेस का संदेश
मानव तस्करी एक घृणित अपराध है जोकि असमानता, अस्थिरता और संघर्ष के कारण फलता-फूलता है। मानव तस्कर मनुष्य की आशाओं और आकांक्षाओं का लाभ उठाते हैं। वे कमजोर पर घात लगाते हैं और फिर उनके मूलभूत अधिकारों का हरण कर लेते हैं।
बच्चे और युवा, प्रवासी और शरणार्थी खास तौर से इसके प्रभाव में आ जाते हैं।
महिलाओं और लड़कियों को बार-बार शिकार बनाया जाता है। उनका यौन शोषण होता है, उनसे जबरन वेश्यावृत्ति, यौन दासता कराई जाती है, उनकी जबरन शादियां करा दी जाती हैं। मानव अंगों का भयावह व्यापार भी होता है।
मानव तस्करी के कई प्रकार हैं और यह सीमाओं से परे है। तस्करों को अक्सर सजा का कोई डर नहीं होता क्योंकि इस अपराध की तरफ पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जाता। यह रवैया बदलने की जरूरत है।
संयुक्त राष्ट्र मानव तस्करी के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने और पीड़ितों को सुरक्षा एवं सहयोग देने के लिए कृत संकल्प है। पीड़ितों के अधिकार सबसे पहले आते हैं, चाहे वे तस्करी, स्मगलिंग के शिकार हों या दासता या शोषण के आधुनिक प्रकार के।
दिसंबर में प्रस्तावित सुरक्षित, व्यवस्थित और नियमित प्रवास पर विश्वव्यापी समझौते (ग्लोबल कॉम्पैक्ट) में सदस्य देशों ने अंतर्राष्ट्रीय प्रवास के संदर्भ में मानव तस्करी को रोकने, उस पर काबू पाने और उसके उन्मूलन पर समर्थन जताया था।
आइए, अंतर्राष्ट्रीय मानव तस्करी विरोधी दिवस पर हम इस अपराध के निवारण, संरक्षण और अभियोजन के लिए एकजुट हों और ऐसे भविष्य का निर्माण करें जहां यह अपराध मौजूद ही न हो।[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row]