HLPF के मिनिस्टीरियल सेगमेंट के उद्घाटन पर उप-महासचिव अमीना मोहम्मद का बयान
23 July 2018
[caption id="attachment_18175" align="aligncenter" width="1000"] सतत् विकास के बारे में 2018 उच्च-स्तरीय राजनीतिक फोरम[/caption]
उप-महासचिव का आह्वान- 2030…
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संयुक्त राष्ट्र विकास प्रणाली को सभी स्तरों पर नए सिरे से परिभाषित करने से संयुक्त राष्ट्र के अंगों औऱ उसके भागीदारों के बीच बेहतर समेकन और समन्वय हो सकेगा। इससे सभी लोगों के जीवन में बदलाव हेतु परिणाम लाने के लिए पारदर्शी और जवाबदेह होने की हमारी सामूहिक ज़िम्मेदारी भी पुनःपुष्ट होगी। स्थानीय, राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और वैश्विक स्तरों पर सतत् विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रयत्नशील सभी पक्षों को इस दिशा में इतनी ही गहराई से कार्रवाई के लिए प्रेरित करने हेतु हम अपने भागीदारों के साथ काम करेंगे।
हमें सतत् विकास लक्ष्यों को हल्के में लेने की सोच से बचना होगा, मतलब आमूल बदलाव के 2030 एजेंडा के आह्वान के लिए सिर्फ बातें करने से काम नहीं चलेगा। इसके लिए हमें अपनी योजनाओं, बजटों, कानूनों, कारोबारी प्रक्रियाओं औऱ व्यक्तिगत निर्णयों में समावेशन औऱ संवहनीयता के बारे में 2030 एजेंडा के मूल उद्देश्यों को सच्चे अर्थों में अंगीकार करना होगा। यह भी स्वीकार करना होगा कि 109 देशों में संवहनीय उपभोग और उत्पादन की राष्ट्रीय नीतियाँ होने के बावजूद हमें मौजूदा आचरण और स्थापित तौर-तरीकों में बदलाव के लिए अभी बहुत कुछ करना है।
इसका अर्थ है कि हमें संकटों की रोकथाम और दुनिया के सबसे लाचार देशों को संकट सहने की क्षमता पैदा करने और विकास के अगले चरण की तरफ बढ़ने में समर्थ होने के लिए समर्थन देने हेतु निवेश और बढ़ाना होगा। इसके लिए प्रबुद्ध समाज, निजी क्षेत्र, शिक्षा जगत और युवाओं के साथ रणनितिक भागीदारी का दायरा भी बढ़ाना होगा। सतत् विकास लक्ष्यों को सच्चे अर्थों में अपनाने और साकार करने के लिए हम जो कुछ भी करें उसमें लैंगिक समानता को प्राथमिकता देनी होगी।
हमें विश्वसनीय, सामयिक, खुले और अलग-अलग किए गए आँकड़े जुटाने के अपने तरीकों में क्रांतिकारी बदलाव लाना होगा जिससे अपने कार्यों की जानकारी दे सकें और आत्मविश्वास के साथ भविष्य के लिए निवेश का रास्ता तय कर सकें। अंततः हम जो कहते हैं उसके लिए ही निवेश शुरु करना होगा। प्रमुख निवेश का रुख सतत् विकास लक्ष्यों की दिशा में मोड़ने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
एक वर्ष से कुछ ही अधिक समय बाद शासनाध्यक्ष और राष्ट्राध्यक्ष महासभा के तत्वाधान में पहले बड़े उच्च-स्तरीय राजनीतिक फोरम के लिए एकत्र होंगे। आइए हम संकल्प लें कि इस समय का उपयोग, सतत् विकास लक्ष्य हासिल करने की दिशा में और गहराई के साथ काम करने और नए दृष्टिकोण व साधन अपनाने के लिए करेंगे।
आइए संकल्प लें कि इस वर्ष की स्वैच्छिक राष्ट्रीय समीक्षा से जो सबक मिले हैं उनका उपयोग करते हुए आने वाले वर्षों में आवश्यक कदम उठाएंगे ताकि हम दिखा सकें कि 2030 एजेंडा ने लोगों के जीवन में और हमारी पृथ्वी की सेहत में बदलाव की दिशा में वास्तव में अनुकूल गति पैदा कर दी है। आइए हम सब मिलकर तत्काल 2030 तक हर हालत में ऐसे विश्व की रचना के लिए प्रयास करें, जिसमें लोगों से किए गए हमारे सभी 17 वायदे, सबके लिए अधिक शांतिपूर्ण और सम्पन्न घर का सपना साकार करेंगे।[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row]